नव दशाब्दि के
प्रथम वर्ष के
प्रथम दिवस पर
धरती की रोटी पर यह सूरज का टुकड़ा
शहद बिखेरे प्रथम रश्मि का.
हम करते हैं विनती
उस परमेश्वर से कि
यह मिठास फैले हर दिन पर
आने वाले नये साल के!
सभी सुधिपाठकगण को
“संवेदना के स्वर” का
मंगल संदेश!!
नव वर्ष मंगलमय हो!!
सलिल वर्मा
चैतन्य आलोक
वर्ष की प्रथम टिप्पणी अपने ब्लॉग पर करते हुये प्रसन्नता हो रही है! ईश्वर इतना साहस दे कि सच को सच कह सकें और कलम में इतनी शक्ति कि सच लिखते हुये हाथ न काँपें!!
ReplyDeleteAap donoko anekanek shubhkamnayen!
ReplyDeleteसलिल भाई और चैतन्य भाई
ReplyDeleteबस इतना ही कह सकता हूँ ...
इस रिश्ते को यूँही बनाये रखना,
दिल में यादो के चिराग जलाये रखना,
बहुत प्यारा सफ़र रहा 2010 का,
अपना साथ 2011 में भी बनाये रखना!
नव वर्ष की शुभकामनायें!
सलिल जी एवं चैतन्य जी,
ReplyDeleteआपके सम्वेदना के स्वर………सत्ययुक्त लेखन शक्ति की कामना के संकल्प का अभिनंदन और शुभकामनाएं।
ईश्वर हमें भी वह शक्ति दे हम आपके साहस का समय समय समर्थन कर पाएँ
२०११ की पहली टिप्पणी मित्रद्वय के ब्लॉग पर,
ReplyDeleteजो रिश्ते 2010 में बने, ताऊम्र चलें और ऐसी ही आन, बान और शान से चलें।
आपको नववर्ष 2011 मंगलमय हो ।
ReplyDeleteक्या कहने साहब ।
जबाब नहीं निसंदेह ।
यह एक प्रसंशनीय प्रस्तुति है ।
धन्यवाद ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteइस वर्ष की पहली टिप्पणी और पहला ब्लॉग जिसका अनुसरण कर रहा हूँ ...आपको हार्दिक शुभकामनायें
सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,
ReplyDeleteयह हमारी आकाशगंगा है,
सारे सितारे हैरत से पूछ रहे हैं,
कहां से आ रही है आखिर यह खूबसूरत रोशनी,
आकाशगंगा में हर कोई पूछ रहा है,
किसने बिखरी ये रोशनी, कौन है वह,
मेरे मित्रो, मैं जानता हूं उसे,
आकाशगंगा के मेरे मित्रो, मैं सूर्य हूं,
मेरी परिधि में आठ ग्रह लगा रहे हैं चक्कर,
उनमें से एक है पृथ्वी,
जिसमें रहते हैं छह अरब मनुष्य सैकड़ों देशों में,
इन्हीं में एक है महान सभ्यता,
भारत 2020 की ओर बढ़ते हुए,
मना रहा है एक महान राष्ट्र के उदय का उत्सव,
भारत से आकाशगंगा तक पहुंच रहा है रोशनी का उत्सव,
एक ऐसा राष्ट्र, जिसमें नहीं होगा प्रदूषण,
नहीं होगी गरीबी, होगा समृद्धि का विस्तार,
शांति होगी, नहीं होगा युद्ध का कोई भय,
यही वह जगह है, जहां बरसेंगी खुशियां...
-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
नववर्ष आपको बहुत बहुत शुभ हो...
जय हिंद...
नया साल आपको मुबारक हो .
ReplyDeleteहार्दिक मंगल कामनाएं आपके लिए !
ReplyDeleteआंग्ल नववर्ष २०११ की हार्दिक शुभकामनाएं......
ReplyDeleteलेखकद्वय का ये नाद गूंजता रहे २०११ में भी.....
bahut rythamic tareeke se wish kiya hai aapne to... :) aap dono ki jodi is saal bhi apna swar mukhar kare..
ReplyDeletehappy new year... :)
नव वर्ष की ढेरों शुभ कामनाएं...आप दोनों अपनी कलम के माध्यम से यूँ ही अलख जगाए रखें...
ReplyDeleteनीरज
आप को सपरिवार नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं .
ReplyDeleteनये साल की शुभकानाएं आपको। साथ ही देश के लिए बेहतर हो. हम सभी एकजुट हो सकें। ताकि देश आगे बढ़े। यही कामना करता हूं।
ReplyDeleteनव वर्ष की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteभई वाह !!! चला बिहारी से लेकर सम्वेदना के स्वर तक नए वर्ष का अभिनंदन काव्य से हो रहा है, लगता है आने वाले दिन काव्यमयी होने जा रहें हैं...सम्वेदना और रोमानीयत का संदेश दिन-प्रतिदिन बढ़ता रहे, यही आशा करते हैं इस नव वर्ष की शुभ बेला पर !!! आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteसलिल चैतन्य की जोड़ी को नए वर्ष पर अनगिन अनन्त शुभकामनाएं !
ReplyDeleteसलिल चैतन्य रहें
ReplyDeleteऔर चैतन्य सलिल की तरह बहें
यही कामना है
स्वर सम्वेदना के
निष्पक्ष रहें
बात अपने विवेक से कहें
बेवजह की बाढ़ में न बहें
यही कामना है
नए साल की पहली पोस्ट.प्यारी रचना....अच्छी लगी.
ReplyDeleteनव वर्ष पर आपको ढेर सारी बधाइयाँ.
_____________
'पाखी की दुनिया' में नए साल का पहला दिन.
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...
ये भी बढ़िया है !!!!
ReplyDeleteचैतन्य भाई आपको नववर्ष की ढेरो शुभकामनाये !!!!!
सलिल जी और चैतन्य जी .... आपको नव वर्ष की बहुत बहुत मंगल कामनाये ... नए वर्ष में प्रेम की सरिता यूँ ही बहती रहे ...
ReplyDeleteआप द्वय के लिए अनंत शुभकामनाएं !
ReplyDeletesalil bhai ji avam chiatany bhi ji,
ReplyDeleteanuthe shbdo se swgat kiya aapne bahut hi achha laga nav varshh ki aap ko bhi bahut bhut shubhkamna------
jo beet gaya so beet gaya ,
jo aaya hai vo behtar hai
ummid yahi ,aasha bhi yhi,
yah bhi achha hi hoga
jo aane wala do hajaar
gyrah hai------
hardik shubh kmnao sahit
poonam