tag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post836954191442816025..comments2023-10-18T21:03:23.343+05:30Comments on सम्वेदना के स्वर: नुकसान, जो अच्छे आदमी पहुँचाते हैं –ओशो के जन्मदिन पर विशेषसम्वेदना के स्वरhttp://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-71368484624937106702014-07-04T23:44:17.004+05:302014-07-04T23:44:17.004+05:30Naman Osho Naman Osho जितेन्द्र सिंह राठौड़https://www.blogger.com/profile/02450915989308815680noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-6018864575293626702010-12-13T12:59:16.816+05:302010-12-13T12:59:16.816+05:30मुझे नही लगता अच्छे लोग भागना चाहते हैं .. ये ज़रू...मुझे नही लगता अच्छे लोग भागना चाहते हैं .. ये ज़रूर है की उनकी अच्छाई का फ़ायडा कुछ ग़लत लोग उठा ले जाते हैं .. ऐसा पहले भी हुवा है और आज भी होता है ... राजनीति के गलियारे में तो अक्सर होता है ... <br />ओशो KE जन्म दिन PAR सभी को ढेर सारी बधाइ ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-63237479055655758802010-12-12T23:24:56.160+05:302010-12-12T23:24:56.160+05:30प्रवचनांश पढ़ लिया था कल ही, और आज कमेंट्स पढ़ने क...प्रवचनांश पढ़ लिया था कल ही, और आज कमेंट्स पढ़ने के उद्देश्य से आया था। फ़िर लगा कि कहीं अच्छा आदमीन न समझ लिया जाऊँ, इसलिये हाजिरी लगानी जरूरी लगी।<br />प्रवचनांश उद्धरण बहुत पसंद आया। मुझे तो ’समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध, जो तत्टस्थ हैं, समय लिखेगा उनका भी अपराध’ पंक्तियों का विस्तार जैसा लगा यह अंश।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-82170111946063487182010-12-12T15:00:40.572+05:302010-12-12T15:00:40.572+05:30ओशो की चिंतन धारा , तर्क शक्ति और संवाद शैली असाधा...ओशो की चिंतन धारा , तर्क शक्ति और संवाद शैली असाधारण है ! उनको पढ़ना और सुनना अदभुत ही कहूँगा !<br /><br />विश्विद्यालय में पढते वक्त उनके बारे में कितने ही किस्से सुने ,वो वट वृक्ष जहाँ वे ध्यान करते थे ,वो चाय वाला और भी बहुत कुछ...<br /> <br />उनके जन्म दिवस पर आपकी प्रस्तुति पसंद आई !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-27528983437656378772010-12-12T08:38:46.051+05:302010-12-12T08:38:46.051+05:30@ संवेदना के स्वर ,
धन्यवाद , आप दोनों यारों का नय...@ संवेदना के स्वर ,<br />धन्यवाद , आप दोनों यारों का नया फोटो पसंद आया ! सलिल भाई का फोटो भी बदलवाओ यार प्लीज़ :-))Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-70829685846653810102010-12-12T03:28:47.013+05:302010-12-12T03:28:47.013+05:30बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थ...<i><b><br />बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !<br /><br />आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।<br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/12/4_12.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - देखें - 'मूर्ख' को भारत सरकार सम्मानित करेगी - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा</a> </b></i>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-82223309051219698182010-12-11T23:23:24.576+05:302010-12-11T23:23:24.576+05:30"...क्योंकि संघर्ष बुरे आदमियों के गिरोह के ब..."...क्योंकि संघर्ष बुरे आदमियों के गिरोह के बीच है।<br />हिंदुस्तान का अच्छा आदमी राजनीति से दूर खड़े होने की पुरानी आदत से मजबूर है। वह दूर ही खड़ा हुआ है।"<br /><br />एकदम सही कहा है...एक-एक बात दिल में उतर जाती है-<br /><br />"अच्छे आदमी सबसे बड़ा नुकसान यह पहुँचाते हैं कि बुरे आदमी के लिए जगह खाली कर देते हैं। इससे बड़ा नुकसान अच्छा आदमी और कोई पहुंचा भी नहीं सकता।"<br /><br />इस सुन्दर पोस्ट के लिए साधुवाद...!जितेन्द्र ‘जौहर’ Jitendra Jauharhttps://www.blogger.com/profile/06480314166015091329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-87032845277285806052010-12-11T22:12:24.800+05:302010-12-11T22:12:24.800+05:30सबको अलग अलग दिखाने में सबका अहित हो रहा है, सन्न्...सबको अलग अलग दिखाने में सबका अहित हो रहा है, सन्न्हित एकरूपता तो देखी जाये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-57212877042506061982010-12-11T20:27:56.335+05:302010-12-11T20:27:56.335+05:30ओशो के जन्मोत्सव पर भारतीय राजनीति में अच्छे लोगों...ओशो के जन्मोत्सव पर भारतीय राजनीति में अच्छे लोगों का आगे आने के लिए सुंदर आह्वाहन हुआ है, ओशो वाणी का सामयिक उद्धरण देने पर आभार ।मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-27795464990985643412010-12-11T18:46:05.849+05:302010-12-11T18:46:05.849+05:30और यह ओशो के वाक्य जैसे आज ही कहे हो उन्होनेऔर यह ओशो के वाक्य जैसे आज ही कहे हो उन्होनेdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-18290453492409576542010-12-11T18:35:34.937+05:302010-12-11T18:35:34.937+05:30ओशो आज जहा भी होंगे वहा से हमे देख तो रहे ही होंगे...ओशो आज जहा भी होंगे वहा से हमे देख तो रहे ही होंगे .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-70056323447051777392010-12-11T13:23:17.681+05:302010-12-11T13:23:17.681+05:30भारतीय राजनीति पर आचार्य रजनीश जी के विचार आज भी ...भारतीय राजनीति पर आचार्य रजनीश जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं !<br />अच्छे और बुरे कि विवेचना बड़ी ही गहनता से किया है आचार्य जी ने !<br /> ओशो के प्रवचन का प्रसाद हम तक पहुंचाने के लिए आभार !<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-10994018125388632732010-12-11T13:10:19.711+05:302010-12-11T13:10:19.711+05:30adbhut lekh hai ... mere jaise mand buddhi jinko r...adbhut lekh hai ... mere jaise mand buddhi jinko rajniti ke manovigyan kee samjh hi nahi hai..unke liye to ek vardaan hai.... han osho me meri aastha nahi rahi hai ... par unka yah pravachan adbhut hai .. adbhut..स्वप्निल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/17439788358212302769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-39354672177043574192010-12-11T12:06:33.636+05:302010-12-11T12:06:33.636+05:30"...क्योंकि संघर्ष बुरे आदमियों के बीच है ! अ...<b><br />"...क्योंकि संघर्ष बुरे आदमियों के बीच है ! अच्छा तो इस संघर्ष में है ही नहीं ..."<br /><br />आज बहुत दिनों बाद सत्संग मिला चैतन्य ! हम तो अच्छों के बीच जा ही नहीं पाते, समय ही कहाँ है टाइम खराब करने के लिए...:-)<br /><br />आचार्य रजनीश को बहुत नहीं पढ़ा मगर जब जब पढ़ा उन्हें गुरु मानने का दिल आज भी कर जाता है ! वे जब तक जीवित रहे.... लोग उन पर बिना जाने, समझे और पढ़े उंगलियाँ उठाते रहे ! <br />यही नियति है हमारे हिन्दुस्तानी समाज की ! कभी इस पर भी लिखो चैतन्य प्रभु !<br /><br />बहुत अच्छा संकलन योग्य लेख के लिए बधाई ! <br /></b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-9693220207519963592010-12-11T10:32:08.081+05:302010-12-11T10:32:08.081+05:30ओशो को नमन!ओशो को नमन!imemyselfhttps://www.blogger.com/profile/09285340991917316179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-12035876461037135482010-12-11T10:31:39.198+05:302010-12-11T10:31:39.198+05:30आज, प्रेमचन्द के उपन्यासों का किरदार भी सामयिक लगत...आज, प्रेमचन्द के उपन्यासों का किरदार भी सामयिक लगता है और और तीस वर्ष पुराने ओशो के प्रवचन का एक-एक वाक्य भी आज का ही लगता है। <br /><br />शोर मचा है कि हमनें बहुत प्रगति की है हम बहुत आगे बढ़ गये ?imemyselfhttps://www.blogger.com/profile/09285340991917316179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-55446423559003473252010-12-11T09:36:55.383+05:302010-12-11T09:36:55.383+05:30सलिल जी ओशो के इस उद्धरण में भारतीय राजनीति का वर...सलिल जी ओशो के इस उद्धरण में भारतीय राजनीति का वर्तमान और भविष्य भी दिख रहा है... मेरी पत्नी ने मुझे अपने आर डब्लू ए के चुनाव में नहीं भाग लेने दिया.. कि राजनीति गंदे लोगो का काम है.. एक ओवेर्हौलिंग की जरुरत है.. देखिये क्या और कब तक होता है.. महाम्हाव ओशो को हमारा नमन..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-75132914054197207462010-12-11T08:12:26.559+05:302010-12-11T08:12:26.559+05:30पूजा या नमाज़ कायम करो .....
जिसकी पूजा
या नमाज़ स...पूजा या नमाज़ कायम करो .....<br />जिसकी पूजा<br />या नमाज़ सच्ची<br />तो उसकी<br />जिंदगी अच्छी ,<br />जिसकी जिंदगी अच्छी<br />उसकी म़ोत अच्छी<br />जिसकी म़ोत अच्छी<br />उसकी आखेरत अच्छी<br />जिसकी आखेरत अच्छी<br />उसकी जन्नत पक्की<br />तो जनाब इसके लियें<br />करो पूजा या नमाज़ सच्ची ।<br />अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थानआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-47143517535286342132010-12-11T08:05:39.368+05:302010-12-11T08:05:39.368+05:30@मनोज कुमारः
यह आलेख नहीं ओशो के प्रवचन के एक अंश ...@मनोज कुमारः<br />यह आलेख नहीं ओशो के प्रवचन के एक अंश का उद्धरण है.सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-58769076041401659072010-12-11T07:40:06.866+05:302010-12-11T07:40:06.866+05:30गांधी तो संत थे। संत को सत्ता से क्या मतलब? आज की ...गांधी तो संत थे। संत को सत्ता से क्या मतलब? आज की रजनीति ... थल-पुथल का दौर है। वो सुबह कभी तो आएगी....!<br />ओशो के विचार सदैव प्रेरित करते रहे हैं। चरणों में नमन।<br />आलेख प्रवाह के साथ लिखा गया है, आद्योपांत पढने की रुचि बनी रहती है। बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-66782788892457067582010-12-11T07:35:01.641+05:302010-12-11T07:35:01.641+05:30यदि सत्ता में अच्छे लोग भी टिकने लगें , तो निश्चय ...यदि सत्ता में अच्छे लोग भी टिकने लगें , तो निश्चय ही देश का उद्धार हो जाए। लेकिन शायद अच्छे लोगों में लालच नहीं होती होती । और सत्ता में बने रहने के लिए लालची होना भी आवश्यक है।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-21092026278981469942010-12-11T06:48:54.199+05:302010-12-11T06:48:54.199+05:30आज उत्सव का दिन है। आज ओशो का जन्म दिन है। उन सभी ...आज उत्सव का दिन है। आज ओशो का जन्म दिन है। उन सभी को ढेर सारी बधाइयाँ जो इस महामानव से प्यार करते हैं। जो नहीं करते उनके लिए भी शुभकामनाएं कि उन्हें उनका देवता नसीब हो।<br />....दुर्भाग्य है कि कम से कम भारतीय रगजनीति में यह दर्शन सदियों तक प्रासंगिक रहने वाला है क्योंकि हम सब अच्छे आदमी बने रहना चाहते हैं और ....अच्छे आदमी सबसे बड़ा नुकसान यह पहुँचाते हैं कि बुरे आदमी के लिए जगह खाली कर देते हैं। इससे बड़ा नुकसान अच्छा आदमी और कोई पहुंचा भी नहीं सकता। <br />..आभार।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-9051422972691418752010-12-11T00:45:59.468+05:302010-12-11T00:45:59.468+05:30राजनीति की गंगा अब एक ऐसा कीचड़ बन गई है जिसमें कोई...राजनीति की गंगा अब एक ऐसा कीचड़ बन गई है जिसमें कोई पत्थर नहीं फेंकना चाहता ताकि उसके छींटे उनको मैला करें जो अच्छे हैं. कुछ लोग पागलों की तरह फिर भी हाथों में पत्थर उठाए कीछड़ में तूफ़ान या आकाश में सुराख करने की कोशिश में लगे रहते हैं. बाकी अच्छे लोग, बचकर निकल जाते हैं या उधर देखना भी नहीं चाहते या आचार सन्हिता के कॉरिडोर से पलायन कर जाते हैं!<br />.<br />सम्बुद्ध सद्गुरु ओशो के चरणों में श्रद्धा सुमन!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com