tag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post9211936673986541499..comments2023-10-18T21:03:23.343+05:30Comments on सम्वेदना के स्वर: पाचवें खम्बे की अदालत में “सदरे रियासत आई.एम.एफ. सिंह”सम्वेदना के स्वरhttp://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-90598207522936120182011-02-18T16:16:34.056+05:302011-02-18T16:16:34.056+05:30एक आदमी था। वो भूखों मर रहा था तो उसने आत्महत्या...एक आदमी था। वो भूखों मर रहा था तो उसने आत्महत्या की कोशिश की, पक़ड़ा गया। मुकददमा चला, इस बीच जज, संतरी, वकीलों की दालरोटी चली। वो आखिरकार जेल में सड़ सड़ कर अपने आप मर गया।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-19435286512276241422011-02-17T10:30:14.187+05:302011-02-17T10:30:14.187+05:30फैसला है कि अभियुक्त को सजाए मौत दिया जाय, उससे कम...फैसला है कि अभियुक्त को सजाए मौत दिया जाय, उससे कम सजा उसके गुनाह के लिए कम ही होगी। तो बंधुबर आने वाले लोकसभा चुनाव में आईएमएफ सिंह को सजाए मौत दिया जाय,,,,<br /><br /><br />जय हो <br />आपने हिलाकर रख दिया, करारा व्यंग, मुंह पर कालिख पोत दी,,बहुत बहुत साधूवाद।Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-50618743267102555692011-02-16T15:48:13.378+05:302011-02-16T15:48:13.378+05:30@ संवेदना के स्वर बंधुओ ,
'सुनाइये फ़ैसला'...@ संवेदना के स्वर बंधुओ ,<br />'सुनाइये फ़ैसला'...<br /><br />फैसला तो बहुत पहले से लिया हुआ है पर दिक्कत ये है कि मेरे अकेले वोट से इन लोगों का कुछ बनता बिगडता नहीं है !<br /><br /><br />[ बेहतर शैली में बेहतर प्रस्तुति ]उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-83882823160269076492011-02-16T14:31:41.978+05:302011-02-16T14:31:41.978+05:30आपके लेख के मुताबिक न्यायाधीश की हैसियत में बैठे ल...आपके लेख के मुताबिक न्यायाधीश की हैसियत में बैठे लोग जाती,धर्म में फंस कर लड़ते रहेंगे और यह कार्यक्रम वैसे ही चलता रहेगा.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-61325618167878274952011-02-16T00:02:11.236+05:302011-02-16T00:02:11.236+05:30@ देश के खास लोग.....
असहमति - दुनिया भर का माल ख...@ देश के खास लोग.....<br />असहमति - दुनिया भर का माल खा पचा लेते हैं लेकिन अदालत में जाते ही रक्तचाप और ह्रदयगति अनियमित होने की शिकायत करते हैं बेचारे।<br /><br />GDP-GDP मुझे तो गड़प गड़प की आवाज लगी:)<br /><br />हो रहा INDIA निर्माण, हो रहा INDIA निर्माण<br />होकर रहेगा जी, सन्नू ते मन्नू दी गड्डी जांदी है छलांगा मारदी.संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-6803766099771103752011-02-15T23:20:02.963+05:302011-02-15T23:20:02.963+05:30चैतन्य जी
तीन महीने बाद दी बधाई ...चैतन्य जी <br /><br /> तीन महीने बाद दी बधाई के लिए धन्यवाद आशा है तीन महीने बासी खाना खाने के बाद आप की तबियत ठीक होगी :)anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-40317906106010802152011-02-15T23:19:40.051+05:302011-02-15T23:19:40.051+05:30सबसे पहले अदालत की कारवाही से एक शब्द निकाल जाये क...सबसे पहले अदालत की कारवाही से एक शब्द निकाल जाये की मुंबई वासिंगटन नहीं संघाई बनने वाला है पिछले दो चुनाव मुंबई को संघाई बानाने के नाम पर जीता गया था |<br /><br /> सारी कवायद देखने के बाद ये तय किया जाता है की कठपुतली को सजा देने से क्या फायदा उसको ऊपर से चलाने वाले और उसकी जगह बोलने वाले को तो कुछ नहीं होगा हम एक को हटायेंगे वो दूसरा ले कर आएंगे और भारत का निर्माण ऐसे ही होते रहेगा |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-49431982590591354182011-02-15T22:07:04.090+05:302011-02-15T22:07:04.090+05:30एक बेचारा कब तक झेले, कितना झेले।
बहुत सम्हाला, ल...एक बेचारा कब तक झेले, कितना झेले।<br /><br />बहुत सम्हाला, लगे रहे रेले पर रेले।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-14302965559651144072011-02-15T21:43:57.295+05:302011-02-15T21:43:57.295+05:30अब कठपुतली के लिए क्या फैसला सुनाये?अब कठपुतली के लिए क्या फैसला सुनाये?Deepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-27978547701984506572011-02-15T21:28:41.271+05:302011-02-15T21:28:41.271+05:30एक बेहतरीन प्रस्तुति , परन्तु पंच के पद पर बैठना औ...एक बेहतरीन प्रस्तुति , परन्तु पंच के पद पर बैठना और न्याय करना एक अति दुरूह कार्य है ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-82326914455582806292011-02-15T21:18:23.129+05:302011-02-15T21:18:23.129+05:30manbhavan chitramanbhavan chitraOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-61098922880860551022011-02-15T21:01:52.475+05:302011-02-15T21:01:52.475+05:30आदरणीय मनोज का कहना सही है ...आदरणीय मनोज का कहना सही है ...केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-18161080174336513312011-02-15T20:41:10.456+05:302011-02-15T20:41:10.456+05:30सारी कार्रवाई को मद्दे नज़र रखते हुए यह कहा जा सकत...सारी कार्रवाई को मद्दे नज़र रखते हुए यह कहा जा सकता है कि श्री सिंह अपने वर्तमान परिस्थिति में निरर्थकता और विभिन्न शक्लों को रोज़मर्रा की ज़िन्दगी की मामूली घटनाओं, बातों के प्याज, ओह सॉरी ब्याज से उभारा है। बड़बोलापन उनका चयन भी हो सकता है, विवशता भी। इसलिए संदेह का लाभ देते हुए अदालत उन्हें भारी-इज़्ज़त करते हुए बरी करती है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-25992164622713077422011-02-15T18:04:33.458+05:302011-02-15T18:04:33.458+05:30Samajh me nahee aa raha ki,sir peeta jaye ya hansa...Samajh me nahee aa raha ki,sir peeta jaye ya hansa jaye!! Kirdaar naye,naye aate hain,kahani wahee purani!Chaltahi rahega,chaltahi rahega....Bharat nirmaan kah lo ya deshka banta dhaar!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-24464035030197963552011-02-15T16:42:48.427+05:302011-02-15T16:42:48.427+05:30wah kya kahna!
katghare me to gunahgari dikhti hi ...wah kya kahna!<br />katghare me to gunahgari dikhti hi hai.सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-18711860031300780962011-02-15T14:58:39.611+05:302011-02-15T14:58:39.611+05:30"हो रहा भारत निर्माण! हो रहा भारत निर्माण!&qu..."हो रहा भारत निर्माण! हो रहा भारत निर्माण!"<br /><br />सच में यही तो हो रहा है ... एक बेहद मजबूत तरीके से ... आपको नहीं लगता ??<br /><br /><br />एक गाना था फिल्म मेरे अपने में ... कुछ लाइन लिखे दे रहा हूँ उसकी ...<br /><br />"हाल चाल ठीक ठाक है ... सब कुछ ठीक ठाक है ... BA किया है MA किया ... लगता है वह भी एवे किया ... काम नहीं है वर्ना यहाँ ... आपकी दुआ से सब ठीक ठाक है !"<br /><br />सरकार की सब से बड़ी ताकत यही है कि वह यही मानती रहे कि सब ठीक ठाक है जबकि सच्चाई भले ही कुछ भी हो !<br /><br />इस लिए यही सच है कि ... "हो रहा भारत निर्माण! हो रहा भारत निर्माण!"शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2393124029977849570.post-61197389005646185642011-02-15T14:41:44.133+05:302011-02-15T14:41:44.133+05:30देखिये साहब हमारे देश कि परंपरा ये कहती है कि बड़ी...देखिये साहब हमारे देश कि परंपरा ये कहती है कि बड़ी हेसियत रखने वाले लोगों को हर अपराध से बाइज्जत बरी कर दिया जाना चाहिए जैसा कि राहत फ़तेह अली खान साहब के मामले में अभी ताजा ताजा हुआ है इसलिए मैं तो सिंह साहब कि ऊँची पगड़ी का ख्याल करते हुए उन्हें हर आरोप से बाइज्जत बरी करूँगा और आपके ऊपर मुकद्दम चलने कि मांग करूँगा कि आप व्यंग भरे तीर मार कर क्यों लोगों कि आत्मा को आहत करते हैं.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.com