आज सुबह "आज समाज" समाचार पत्र में प्रकाशित "मंसूर नकवी" का यह कार्टून उस चाकलेट की तरह लगा जिसे देखकर पहले तो होठों पर मुस्कान आ गयी और फिर इसने जीभ को छुआ तो आर्थिक उदारीकरण, भारतीय राजनीति और न्याय व्यव्स्था सब के एक मिश्रित कसैले स्वाद से मुहँ भर गया!
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ReplyDeleteउत्तम जीवन्त प्रसारण KBC-5 लाईव का.
ReplyDeleteबहुत अच्छे
ReplyDeleteबेहद उम्दा, आनन्द आ गया।
ReplyDeletegood one . contemporary.
ReplyDelete:) :) कितना सटीक है.
ReplyDelete:(
ReplyDeleteसटीक ...
ReplyDeleteFantastic !
ReplyDeleteमजेदार चिकोटी.
ReplyDeleteलाजवाब!!
ReplyDeleteAha!
ReplyDeletebahut badhiya
ReplyDeleteला -जवाब कल्पना!!
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निरामिष: अहिंसा का शुभारंभ आहार से, अहिंसक आहार शाकाहार से
सुज्ञ: ईश्वर हमारे काम नहीं करता…
क्या कहने !
ReplyDeletehanste hanste pet fat gaya
ReplyDeleteKBC बोले तो?
ReplyDeleteखिलाड़ियों के अनुरूप नाम विस्तारण क्या होना चाहिये?
@ मो सम कौन ?
ReplyDeleteआप ही कहिये?
बस आगे पीछे का अन्तर है।
ReplyDeleteबेहतरीन !
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