भाव, रस और ताल से बने भारत की सम्वेदनाओं की अभिव्यक्ति
सम्वेदना के स्वर
यह ब्लॉग उस सनातन उत्सवधर्मिता को जीवित रखने का प्रयास है,
जिसमें भावरस और ताल का प्रतीक आम आदमी का भा-र-त बसता है.
सम्वेदनाएँ...जो कला, साहित्य, दर्शन, विज्ञान, राजनीति आदि के माध्यम से अभिव्यक्त होती हैं, आम आदमी के मन, जीवन और सरोकार से होकर गुज़रती हैं तथा तलाशती हैं उस भारत को, जो निरंतर लड़ रहा है अपने अस्तित्व की लड़ाई.....
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं। यह भी ध्यान रखें अन्ना अमेरिका के इशारे पर देश को दंगों की भट्टी मे झोंकना चाहते तथा लोकतन्त्र को नष्ट करके सैनिक तानाशाही लाना चाहते हैं। मनमोहन-अन्ना दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों जनता को गुमराह करके भूक और बेरोजगारी से ध्यान हटाना तथा पूँजीपतियों की लूट को पुख्ता करना चाहते हैं।
शीर्षक ही बहुत कुछ कह रहा है. जो निरंकुशता का प्रदर्शन दिख रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि हालात काफी बिगड़ सकते है. हम सब को मिलकर सामने आ कर आर या पार कि लड़ाई करनी पड़ेगी. अंत में बस इतना ही कहूँगी की सत्य की जय हो.
lambee chuppee bhang karne ke liye dhanyvaad...... aaj jagrukta aaee hai janmanas me shruddhey annajee ke netratv me sabhee ko aastha hai . aasha kee kiran jaagee hai. sabhee dhairy aur shanti se aandolan kar rahe hai.garv hai yuva peedee par bhee . shubhkamnae . vishvas hai hum honge kamyab..... prashno se kyo katrane lage ho? pichalee post par kuch poocha gaya tha........
सही कहा की अब चुके तो चुके ही समझें .. पर लगता है कुछ मसले रह जायेंगे....हर बात सरकार नहीं मानेगी और उस पर अन्ना टीम भी मान जाएगी.....बेहतर होता की एषा नहीं हो....
17 comments:
शीर्षक अनायास ही ध्यान आकर्षित करता है ....!
तानाशाहों से लड़ाई इतनी जल्दी नहीं जीती जाती, हार के बाद ही जीत होती है।
सलील जी - चेतन्य जी......... हाँ इश्वर करे सब कुछ सुभ हो...
बाबा और अन्ना तो कर चुके जो करना था ..
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।
यह भी ध्यान रखें अन्ना अमेरिका के इशारे पर देश को दंगों की भट्टी मे झोंकना चाहते तथा लोकतन्त्र को नष्ट करके सैनिक तानाशाही लाना चाहते हैं। मनमोहन-अन्ना दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
दोनों जनता को गुमराह करके भूक और बेरोजगारी से ध्यान हटाना तथा पूँजीपतियों की लूट को पुख्ता करना चाहते हैं।
शुभकामनायें ...जीत के लिए
स्वतंत्रता दिवस कि हार्दिक शुभकामनाएं .
शीर्षक ही बहुत कुछ कह रहा है. जो निरंकुशता का प्रदर्शन दिख रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि हालात काफी बिगड़ सकते है. हम सब को मिलकर सामने आ कर आर या पार कि लड़ाई करनी पड़ेगी. अंत में बस इतना ही कहूँगी की सत्य की जय हो.
स्वतंत्रता दिवस कि हार्दिक शुभकामनायें.
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
नीरज
हा इस बार लड़ाई तो आर पार की ही है हमें हर हाल में जितना है है |
आपको भी शुभकामनायें।
शुभकामनाएँ!!
क्या हार में क्या जीत में।
पर देश जगाने के लिए जागना होगा!!
यह राह इतना आसान नहीं होगा... बड़े और व्यापक आन्दोलन की जरुरत है...
आपको भी स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं।
चैतन्य भाई!
तिहाड से स्वतन्त्रता का समाचार आया है!! ये हुई स्वत्नत्रता दिवस की पहल!!
lambee chuppee bhang karne ke liye dhanyvaad......
aaj jagrukta aaee hai janmanas me shruddhey annajee ke netratv me sabhee ko aastha hai .
aasha kee kiran jaagee hai.
sabhee dhairy aur shanti se aandolan kar rahe hai.garv hai yuva peedee par bhee .
shubhkamnae .
vishvas hai hum honge kamyab.....
prashno se kyo katrane lage ho?
pichalee post par kuch poocha gaya tha........
सही कहा की अब चुके तो चुके ही समझें .. पर लगता है कुछ मसले रह जायेंगे....हर बात सरकार नहीं मानेगी और उस पर अन्ना टीम भी मान जाएगी.....बेहतर होता की एषा नहीं हो....
ye kya huaa ? kyo huaa ? sanjha lekhan keeblog par iti kyo ?
sanshay niradhar ho to badiya hai .
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